जैसा की आप सभी को पता है हमारे देश मै ही नहीं पुरे विशव मै अभी महमारी का वातवरण बना हुआ है | आप सभी को पता ही होगा इश्का कारण चीन के वूहान से आये कोरोना के कारण ऐसा हो रहा है | हमारे केंद्र सरकार द्वारा जो भी निर्णय अभी लिया गया है या लिया जा रहा है सारे के सारे सहारनीय है | हमे हर एक निर्देश जो हमे अपने स्वास्त मंत्री और केंद्र सरकार द्वारा दिये जा रहे है उनका पालन पुरे ईमानदारी के साथ करने पूरी जरुरत है |
कोरोना की पहचान के लिए इन लक्षणों पर गौर करें
हमारे देश मै जो अभी पूर्ण रूप से लोकदौन किया गया है वो राजनैतिक फायदे के लिए नहीं है |
सारे के सारे गाइडलाइन्स जो हमे अभी केंद्र सरकार द्वारा दिया जा रहा है उसका पालन करना हमारा कारत्व है और इस महामारी से बचने का मात्र ये ही एक समाधान है सोशल-डिस्टैन्सिंग | इस लोकदौन से गरीबो को बहुत साडी मुसिबतो का सामना करना पर रहा है पर उन्हें भारतीये होने के कारण उन्हें भी केंद्र सरकार की सारी बातो का पालन करना उनका भी दयत्व है |
इस कोरोना के कारण पुरे विशव मैं असंतुलन का माहौल बना हुआ है | अगर आप सभी चाहते है की आपके देश मै चीन या इटली जैसा माहौल न बने तो अपने घर मै रहेके आप अपना योगदान दे जिस से आपकी और आपकी परिवार की रक्षा होगी |
कुछ बाते जिन पे ध्यान देना जरुरी है :-
- घर से बाहर निकलने से बचे |
- अपने हाथो को प्रक्षालक से बार बार धोये |
- घर पे बाहर से आने के बाद अपने कपड़ो को बदल ले |
- अगर आप के घर मै या घर के आसपास मै कोई दूर से या शहर के बाहर से आया है तो उस से दुरी बंनाये और डॉक्टर के पास उसे ले जाये |
- अपने फेस हाथो से छूने का प्रयास करे |
कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव के तरीकेकोरोना वायरस का मुख्य लक्षण तेज बुखार है. बच्चों और वयस्कों में अगर 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर 88 फीसदी को बुखार, 68 फीसदी को खांसी और कफ, 38 फीसदी को थकान, 18 फीसदी को सांस लेने में तकलीफ, 14 फीसदी को शरीर और सिर में दर्द, 11 फीसदी को ठंड लगना और 4 फीसदी में डायरिया के लक्षण दिखते हैं. रनिंग नोज यानी नाक बहना कोरोना वायरस का लक्षण नहीं माना जा रहा है.
आइए जानते हैं कि इस वायरस के लक्षण और बचाव के तरीके क्या हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर 88 फीसदी को बुखार, 68 फीसदी को खांसी और कफ, 38 फीसदी को थकान, 18 फीसदी को सांस लेने में तकलीफ, 14 फीसदी को शरीर और सिर में दर्द, 11 फीसदी को ठंड लगना और 4 फीसदी में डायरिया के लक्षण दिखते हैं. रनिंग नोज यानी नाक बहना कोरोना वायरस का लक्षण नहीं माना जा रहा है.
आइए जानते हैं कि इस वायरस के लक्षण और बचाव के तरीके क्या हैं.
- क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं. अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है. - क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?
इसके लक्षण फ्लू से मिलते-जुलते हैं. संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं. यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है. कुछ मामलों में कोरोना वायरस घातक भी हो सकता है. खास तौर पर अधिक उम्र के लोग और जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटीज़ और हार्ट की बीमारी है. - क्या हैं इससे बचाव के उपाय?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें. जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें. अंडे और मांस के सेवन से बचें. जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें.
कोरोना की पहचान के लिए इन लक्षणों पर गौर करें
- तेज बुखार आनाः अगर किसी व्यक्ति को सुखी खांसी के साथ तेज बुखार है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाहिए. यदि आपका तापमान 99.0 और 99.5 डिग्री फारेनहाइट है तो उसे बुखार नहीं मानेंगे. अगर तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है.
- कफ और सूखी खांसीः पाया गया है कि कोरोना वायरस कफ होता है मगर संक्रमित व्यक्ति को सुखी खांसी आती है.
- सांस लेने में समस्याः कोरोना वायरस से संक्रमित होने के 5 दिनों के अंदर व्यक्ति को सांस लेने में समस्या हो सकती है. सांस लेने की समस्या दरअसल फेफड़ो में फैलते कफ के कारण होती है.
- फ्लू-कोल़्ड जैसे लक्षणः विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर कभी-कभी बुखार, खांसी, सांस में दिक्कत के अलावा फ्लू और कोल्ड जैसे लक्षण भी हो सकते हैं.
- डायरिया और उल्टीः कोरोना से संक्रमित लोगों में डायरिया और उल्टी के भी लक्षण देखे गए है. करीब 30 प्रतिशत लोगों में इस तरह के लक्षण पाये गए हैं.
- सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमीः बहुत से मामलों में पाया गया है कि कोरोना से संक्रमित लोगों को सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी आती है.
0 Comments