हम आपको जिस बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, यह वाकया दिल्ली की एक कॉलेज जाने वाली छात्रा के साथ हुआ है। छात्रा प्रीति (काल्पनिक नाम) की स्कूटी का नंबर कुछ ऐसा है कि उसको अपनी स्कूटी बाहर ले जाने में शर्मिंदगी महसूस होती है। हम इस लड़की का असली नाम आपको बता नहीं सकते। लड़की का काल्पनिक नाम प्रीति दिया गया है। प्रीति दिल्ली के एक मध्यम परिवार से ताल्लुक रखती हैं।
समस्या गाड़ी नंबर से खड़ी हो गई। जी हां, प्रीति की स्कूटी को आरटीओ की तरफ से जो नंबर दिया गया था, उसके बीच के अंको में S.E.X अल्फाबेट्स था ।
इसकी वजह से उसे आते जाते लोगों के तंज से लेकर ताने सुनने को मिल रहे हैं। लोग गाड़ी का नंबर देखने के बाद उसका मजाक उड़ाने लगे।
प्रीति को अब गाड़ी का नंबर बदलवाना है परंतु ऐसा क्या मुमकिन हो सकता है? इसका जवाब जानने के लिए हमने कमिश्नर ऑफ दिल्ली ट्रांसपोर्ट के. के दहिया से बातचीत की तो उनके द्वारा ऐसा कहा गया कि "एक बार गाड़ी का नंबर अलॉट होने के बाद उसे बदलवाने का अब तक कोई प्रावधान नहीं है, क्योंकि यह सारी प्रक्रिया एक सेट पैटर्न पर चलती है।”
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