Mig-21 Crash: पूरे गांव ने नम आंखों से दी शहीद को विदाई, अद्वैत्य बल के अंतिम संस्कार में उठी उड़ते ताबूत को वायुसेना से बाहर करने की मांग - Everything Radhe Radhe

Subscribe Us

Saturday, 30 July 2022

Mig-21 Crash: पूरे गांव ने नम आंखों से दी शहीद को विदाई, अद्वैत्य बल के अंतिम संस्कार में उठी उड़ते ताबूत को वायुसेना से बाहर करने की मांग

 

Martyr Advaitya Bal funeral: मिग-21 विमान क्रैश में शहीद हुए फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वैत्य बल का आज उनके पैतृक गांव में पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया.

Flight Lieutenant Advaitya Bal Funeral: राजस्थान (Rajasthan) के बाड़मेर (Barmer) में मिग-21 क्रैश में शहीद (Martyr)  हुए जम्मू (Jammu) के फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वैत्य बल (Flight Lieutenant Advaitya Bal)  का आज पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार (Funeral) किया गया. शहीद का अंतिम संस्कार जम्मू स्थित उनके पैतृक गांव में किया गया. इस क्रैश के बाद शहीद फ्लाइट लेफ्टिनेंट के परिवार वालों और दोस्तों ने मांग की है कि सरकार इस उड़ते ताबूत को जल्द ही वायुसेना (Indian Air Force) से बाहर करे. गुरुवार शाम को राजस्थान के बाड़मेर में दुर्घटना का शिकार हुए वायुसेना के मिग 21 लड़ाकू विमान में शहीद हुए जम्मू के फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वैत्य बल का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके पैतृक गांव जिंधढ मेहलू पहुंचा तो शहीद के जय जयकारों से माहौल गूंज उठा.

गांव के युवाओं ने शहीद के पार्थिव शरीर के साथ एक बाइक रैली निकाली और तिरंगा हाथ में थामे हुए शहीद की शहादत को सलाम किया. मिग 21 क्रैश में शहीद हुए फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वैत्य बल का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके घर ले जाया गया तो उनकी मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. शहादत को सलाम करने के लिए मानो पूरा गांव नम आंखों से शहीद के अंतिम दर्शन करने उनके घर पहुंचा हुआ था. 

शहीद की विदाई के मौके पर गांववालों ने ये कहा

एक तरफ शहीद के घर में उनके अंतिम संस्कार की रस्में पूरी की जा रही थी तो दूसरी तरफ शहीद की शहादत को नमन करते हुए युवा बाहर जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. युवाओं ने कहा कि फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वैत्य बल पूरे गांव के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं और वह बहुत ही मिलनसार व्यक्ति थे.


करीब दो महीने पहले अद्वैत्य बल से राजस्थान में मिलकर आए रमेश कुमार का दावा है कि उनका बेटा भी राजस्थान में ही तैनात है. उन्होंने कहा कि अद्वैत्य बल से दो महीने पहले हुई मुलाकात को वह जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे. उन्होंने कहा कि अद्वैत्य बल चाहते तो खुद को बचा सकते थे लेकिन अपनी जान की परवाह न करते हुए वह प्लेन को ऐसी जगह ले गए जो आसपास के गांव से दूर था. रमेश कुमार ने भी भारतीय वायुसेना से मिग-21 को हटाने की मांग की.

No comments:

Post a Comment